दुनिया के सबसे मशहूर
वैज्ञानिक स्टीफन
हॉकिंग ने कहा हैं कि
पिछले 50 सालों में
ब्रह्मांड की तस्वीर
काफी बदल चुकी हैं।
नई दिल्ली, 19 नवंबर :दुनिया के
सबसे मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन
हॉकिंग ने ये कहकर सबको चौका
दिया हैं कि धरती पर इंसान अब एक
हजार साल के बाद जीवित नहीं
बचेगा। इसलिए उसे रहने लायक
दूसरे ग्रह की तलाश करनी होगी।
स्टीफन ने स्पष्ट कहा कि ‘मुझे नहीं
लगता है कि हम दूसरे ग्रह को खोजे
बिना धरती पर एक हजार साल और
जीवित रह पाएंगे।’ ऑक्सफोर्ड
यूनियन डिबेटिंग सोसाइटी में
भविष्य की यह भयावह तस्वीर
ब्रह्माांड और मानव की उत्पत्ति
विषय पर व्याख्यान के
दौरान स्टीफन हॉकिंग ने दुनिया भर
के देशों के लिए चेतावनी जारी की है।
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74 वर्षीय प्रोफेसर ने कहा कि वैसे
तो इंसान यूनिवर्स के सबसे छोटे
हिस्सों में से एक है लेकिन फिर भी
उसने इसके बारे में अपनी एक समझ
विकसित कर ली है। उन्होंने ये भी
साफ कहा है कि अब इस बात की
उम्मीद बहुत कम है कि हम और
1000 साल इस धरती पर गुजार
पाएंगे। इसलिए हमें इस बात की
कोशिश शुरू कर देनी चाहिए कि धरती
जैसा ही कोई दूसरा ग्रह हमारी पहुंच
में हो। स्टीफन का कहना है कि
अगली सदी में धरती पर लोगों को
क्लाइमेट चेंज और न्यूक्लियर
टेररिज्म से निपटना होगा।
स्टीफन ने अपनी स्पीच में
यूनिवर्स, आइंस्टीन की थ्योरी,
मिथ्स और ईश्वर की भी बात की।
उनकी राय में रिसर्च और
थ्योरिटिकल फिजिक्स के लिहाज से
अच्छा वक्त आने वाला है।
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स्टीफन ने कहा, ब्रह्माांड की
तस्वीर पिछले 50 सालों में काफी
बदल चुकी है। मैं इस बात से खुश हूं
कि इसमें कुछ योगदान मैंने भी दिया
है। अगर मानव सभ्यता को बने रहना
है तो उसे धरती छोडऩी होगी। ये भी
हो सकता है कि धरती को खत्म होने
में 1000 या फिर 10000 साल लग
जाएं, लेकिन इसके पहले हमें स्पेस
के किसी दूसरे ग्रह पर शिफ्ट हो
जाना चाहिए। ताकि धरती के
खत्म होने के बाद भी मानव सभ्यता
के खत्म होने से बच जायेगा।
उनका मानना है कि मंगल ग्रह पर
मानव के रहने लायक बस्ती अगले
100 सालों में भी नहीं बन पाएगी।
इससे साफ़ जाहिर होता हैं कि इसके
लिए इंसानो को और भी गंभीर होने
की जरुरत हैं।
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आपको मालूम हो कि 2009 में नासा
ने स्पेस में धरती जैसे ग्रहों की खोज
के लिए अभियान चलाया था। इसके
मुताबिक स्पेस में 4600 ऐसे ग्रह हैं,
जहां इंसान के रहने पर विचार किया
जा सकता है। नासा के
अनुसार, 2300 ग्रहों पर जाकर रहा
जा सकता है।
वैज्ञानिक स्टीफन
हॉकिंग ने कहा हैं कि
पिछले 50 सालों में
ब्रह्मांड की तस्वीर
काफी बदल चुकी हैं।
नई दिल्ली, 19 नवंबर :दुनिया के
सबसे मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन
हॉकिंग ने ये कहकर सबको चौका
दिया हैं कि धरती पर इंसान अब एक
हजार साल के बाद जीवित नहीं
बचेगा। इसलिए उसे रहने लायक
दूसरे ग्रह की तलाश करनी होगी।
स्टीफन ने स्पष्ट कहा कि ‘मुझे नहीं
लगता है कि हम दूसरे ग्रह को खोजे
बिना धरती पर एक हजार साल और
जीवित रह पाएंगे।’ ऑक्सफोर्ड
यूनियन डिबेटिंग सोसाइटी में
भविष्य की यह भयावह तस्वीर
ब्रह्माांड और मानव की उत्पत्ति
विषय पर व्याख्यान के
दौरान स्टीफन हॉकिंग ने दुनिया भर
के देशों के लिए चेतावनी जारी की है।
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तो इंसान यूनिवर्स के सबसे छोटे
हिस्सों में से एक है लेकिन फिर भी
उसने इसके बारे में अपनी एक समझ
विकसित कर ली है। उन्होंने ये भी
साफ कहा है कि अब इस बात की
उम्मीद बहुत कम है कि हम और
1000 साल इस धरती पर गुजार
पाएंगे। इसलिए हमें इस बात की
कोशिश शुरू कर देनी चाहिए कि धरती
जैसा ही कोई दूसरा ग्रह हमारी पहुंच
में हो। स्टीफन का कहना है कि
अगली सदी में धरती पर लोगों को
क्लाइमेट चेंज और न्यूक्लियर
टेररिज्म से निपटना होगा।
स्टीफन ने अपनी स्पीच में
यूनिवर्स, आइंस्टीन की थ्योरी,
मिथ्स और ईश्वर की भी बात की।
उनकी राय में रिसर्च और
थ्योरिटिकल फिजिक्स के लिहाज से
अच्छा वक्त आने वाला है।
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स्टीफन ने कहा, ब्रह्माांड की
तस्वीर पिछले 50 सालों में काफी
बदल चुकी है। मैं इस बात से खुश हूं
कि इसमें कुछ योगदान मैंने भी दिया
है। अगर मानव सभ्यता को बने रहना
है तो उसे धरती छोडऩी होगी। ये भी
हो सकता है कि धरती को खत्म होने
में 1000 या फिर 10000 साल लग
जाएं, लेकिन इसके पहले हमें स्पेस
के किसी दूसरे ग्रह पर शिफ्ट हो
जाना चाहिए। ताकि धरती के
खत्म होने के बाद भी मानव सभ्यता
के खत्म होने से बच जायेगा।
उनका मानना है कि मंगल ग्रह पर
मानव के रहने लायक बस्ती अगले
100 सालों में भी नहीं बन पाएगी।
इससे साफ़ जाहिर होता हैं कि इसके
लिए इंसानो को और भी गंभीर होने
की जरुरत हैं।
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ने स्पेस में धरती जैसे ग्रहों की खोज
के लिए अभियान चलाया था। इसके
मुताबिक स्पेस में 4600 ऐसे ग्रह हैं,
जहां इंसान के रहने पर विचार किया
जा सकता है। नासा के
अनुसार, 2300 ग्रहों पर जाकर रहा
जा सकता है।
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