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YAMRAJ TOLD WHAT IS DEATH यमराज और जिवन कया है

. अमरता मनुष्य चाहे अमरता प्राप्त करने के लिए कितनी ही कोशिश क्यों ना करता रहे, कितने ही जोड़तोड़ क्यों ना लगा ले लेकिन सृष्टि के नियम के विरुद्ध वह किसी भी रूप में नहीं जा सकता। सृष्टि के जिस नियम के विषय में हम बात कर रहे हैं वो है जीवन और मृत्यु का नियम। 2. मृत्यु जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु और मृत्यु के बाद आत्मा का दूसरे शरीर में प्रवेश करना निश्चित है। इसलिए अमरता का बेवजह का ख्वाब देखना पूरी तरह बेमानी है। 3. जिज्ञासु यूं तो मृत्यु का नाम भी इंसान के भीतर कंपन पैदा करता है लेकिन सत्य यह भी है कि जितना लोग इस विषय पर जानने के लिए जिज्ञासु रहते हैं उतना किसी अन्य विषय के लिए नहीं। 4. मृत्युपूर्वाभास मृत्युपूर्वाभास हों या मृत्यु के पश्चात अपने गंतव्य तक आत्मा का सफर, सभी के विषय में जानने की जिज्ञासा आम मनुष्य में देखी जा सकती है। 5. यमराज इसी कड़ी में आज हम आपको मृत्यु से जुड़े कुछ ऐसे रहस्यों से अवगत करवाएंगे जो स्वयं मृत्यु के देवता यमराज ने बताए थे। 6. कठोपनिषद कठोपनिषद में यमराज और बालक नचिकेता की मुलाकात से जुड़ी एक कथा मिलती है। जिसके अनुसार क्...

NASA MISSION SANSKRUT IN HINDI नासा के सब कँमपुटर सँसकृत भाषा मे कयो है

Ancient Computer Science Language Sanskrit,nasa sanskrit programming, nasa sanskrit report, The power of Sanskrit (“संस्कृत”), NASA to echo Sanskrit in space, website confirms its Mission Sanskrit Ancient Computer Science Language : नासा के एक वैज्ञानिक रिक ब्रिग्ज़ का एक लेख ‘ए आई’ ( आर्टिफ़िशल इंटैलिजैन्स्, कृत्रिम् बुद्धि) पत्रिका में 1985 में प्रकाशित हुआ है जिसमें उऩ्होंने घोषणा की है : “कम्पूटर के लिये सर्वोत्तम भाषा संस्कृत है”। कम्पूटर की क्रियाओं के लिये कम्प्यूटर के अन्दर एक भाषा की आवश्यकता होती है जो गणितीय तथा अत्यंत परिशुद्ध होती है। इस भाषा से ‘बात’ करने के लिये कम्प्यूटर प्रोग्रामर्स को एक प्रचलित (स्वाभाविक )भाषा की आवश्यकता होती है जो उसके दैनंदिन कार्य की भाषा तो होती है किन्तु उसका भी परिव्हुद्ध होना अनिवार्य होता है अन्यथा कम्प्यूटर उसकी बात को गलत समझ सकता है। पिछले बीसेक वर्षों से एक ऐसी परिशुद्ध स्वाभाविक भाषा का विकास करने का विपुल व्यय के साथ भरसक प्रयत्न किया जा रहा है जिससे क्रमादेशक अपनी बात कम्प्यूटर को सुस्पष्ट अभिव्यक्त कर सक...

Pandav swarg yatra in hindi कयो युदिषटिर और कुता दोनो पांङव से पहले सँवरग गये

भगवान कृष्ण एक वन से गुजर रहे थे तभी उनके पांव में एक कांटा लगा और वो दर्द से कराहते एक पेड़ के नीचे बैठे, एक शिकारी वंही से निकला, उसे कृष्ण की कराह किसी जानवर सी लगी और उसने शब्दभेदी वाण से तीर चलाया जो सीखा कृष्ण के पैर में लगा. जब शिकारी ने कृष्ण को देखा तो वो रो पड़ा और क्षोभ करने लगा, तब कृष्ण ने उसे एक कथा सुनाई जब राम रूप में उन्होंने छुप कर बाली को मारा था और भील वाही बाली था. तब बाली चुप हुआ वैकुण्ठ से गरुड़ आये और भगवान सशरीर अपने धाम सिधार गए. पांडवो को कृष्ण ने पहले ही अपने द्वारिका नगर की जिम्मेदारी दे रखी थी. अर्जुन समस्त वासियो समेत जैसे ही नगर के बाहर निकले की नगर समुद्र में डूब गया। अर्जुन यदुवंश की स्त्रियों व वासियों को लेकर तेजी से हस्तिनापुर की ओर चलने लगे। रास्ते में कलयमण के बचे हुए सैनिक वहां लुटेरों के रूप में तैयार थे. जब उन्होंने देखा कि अर्जुन अकेले ही इतने बड़े जनसमुदाय को लेकर जा रहे हैं तो धन के लालच में आकर उन्होंने उन पर हमला कर दिया। अर्जुन ने अपनी शक्तियों को याद किया, लेकिन उसकी शक्ति समाप्त हो गई। अर्जुन जैसे योद्धा क...

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रावण का पुषपक विमान रहयस और आज के लंका के हवाई अङे

अनुपम महाकाव्य महाऋषि वाल्मीकि रामायण को लेकर अक्सर लोगों के मन में कई सवाल पैदा होते है। लोगों के मन में अक्सर ये सवाल आते हैं कि इसमें बतलाएं गए स्थान, वर्णित कहानियां व घटनाएं किसी कवि द्वारा प्रस्तुत की गई कल्पनाएं हैं या फिर सच में ऐसा कुछ हुआ था और लंकापति रावण के पास सच में कोई विमान था, ऐसे कई सवाल पैदा होते हैं परंतु ये बात सत्य है कि रावण के पास सिर्फ एक ही विमान नहीं था परंतु लंका में कई ऐसे विमान मौजूद थे जिनका प्रयोग लंकापति रावण करता था। वाल्मीकि रामायण में भी सबसे पहले प्राचीन विमान के रूप में पुष्पक विमान की चर्चा की गई है। रामायण में वर्णित है कि रावण पंचवटी से माता सीता का हरण करके पुष्पक विमान से लंका लेकर आया था। इस लेख के माध्यम से धार्मिक शास्त्रों व वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर हम अपने पाठकों को बताने जा रहे हैं की लंका में स्थित रावण के विमानो और उसके हेलिपैड के रहस्य के बारे में। शास्त्र वाल्मीकि रामायण के अनुसार पुष्पक विमान में बैठकर लंकापति रावण ने सीता का हरण किया था। युद्ध उपरांत श्रीराम, सीता, लक्ष्मण व अपने अन्य सहयोगियों के साथ ...

रामायन एक पोरानिक सच है देखे सब सबुत साई पुराण के अनुसार Ramayan Is Not Myth by Proof Sai Puran

रामायण एक पौराणिक सत्य है...! ( कुछ प्रमाण ) Ramayana is not a Myth जी हाँ आज हम आपको बताना चाहते है ! हिन्दुओ का धर्म ग्रन्थ रामायण और उसके किरदार क्या सच है ! या मात्र एक कल्पना आज हम आपको ऐसे साबुत और तथ्य बताएँगे की Ramayana एक सत्य कथा और ग्रन्थ है ये तथ्य जान हिन्दू धर्म मे आपका विश्वास और मजबूत हो जाएगा धर्म और आस्था एक ही सिक्के के दो पहलू हैं ! जहां धर्म की बात होती है वहां आस्था खुद-ब-खुद आ जाती है ! हिन्दुओं के सबसे बड़े ग्रंथ Mahabharata के साथ भी कुछ ऐसा ही है ! श्री कृष्ण भगवान और गीता भी इसी से जुड़े हैं ! गीता में लिखे शब्दों को हिन्दू धर्म का मार्ग दर्शक कहा जाता है और महाभारत को धर्म और अधर्म के बीच हुआ सबसे बड़ा युद्ध ! उस वक्त के मिले कुछ प्रमाण ये साबित भी करते हैं कि श्री कृष्ण ने इस धरती पर जन्म लिया था और Mahabharata का युद्ध भी हुआ था ! जानिए क्या थी => चाणक्य नीति - Chanakya Niti 1. अशोक वाटिका => आज उस जगह को Hakgala Botanical Garden कहते हैं ! और जहां सीता जी को रखा गया था उस स्थान को ‘सीता एल्या’ कहा जाता है ! क्य...