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NASA AMERICA REACTION ON ISRO NEW MILESTONE ईसरो कि कामयाबी ने नासा अमेरिका का नजरीया बदला

आज सबसे पहले हम
आधुनिक भारत के सबसे बड़े
रहस्य का विश्लेषण करेंगे। ये
रहस्य क़रीब 23 वर्ष पुराना
है, जिसका रिश्ता ISRO यानी
Indian Space Research
Organisation से जुड़ा हुआ है।
आपने पिछले कु
अंतरिक्ष में अपना स्टेशन
बनाने में इसरो सक्षम: किरण
कुमार
एक साथ 104 उपग्रहों को
प्रक्षेपित कराकर इतिहास
रचने से उत्साहित भारतीय
अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
(इसरो) ने सोमवार को कहा कि
वह अंतरिक्ष में देश का अपना
स्टेशन विकसित करने में
सक्षम है, बशर्ते देश
‘दीर्घकालिक सोच’ के साथ
इस महत्वाकांक्षी परियोजना
के लिये मन बनाये।
अंतरिक्ष में एक-एक कर कैसे
रॉकेट से अलग हुए सैटेलाइट?
इसरो ने जारी किया अद्भुत
और रोमांचक VIDEO
इसरो ने बुधवार को
पीएसएलवी-सी37 रॉकेट से
104 सैटलाइट लॉन्च कर
इतिहास रचा था। लॉन्च का
वीडियो तो आपने देखा होगा,
लेकिन आपको यह नहीं पता
होगा कि इस रॉकेट पर एक
सेल्फी कैमरा (ऑनबोर्ड
कैमरा) भी लगा हुआ था, जिसने
सभी सैटेलाइट्स के कक्षा में
स्थापित होने के वीडियो को
रिकॉर्ड किया। अब इसरो ने
इस फुटेज को जारी किया है
और यह फुटेज अब सामने
आया है। इसमें अंतरिक्ष में
धरती की खूबसूरत तस्वीरें भी
देखी जा सकती है। फुटेज में
साफ नजर आ रहा है कि कैसे
एक-एक कर सभी सैटलाइट्स
रॉकेट से अलग हो रहे हैं।
अंतरिक्ष में भारत की
कामयाबी को दुनिया ने सराहा,
पर ISRO के वर्ल्ड रिकॉर्ड से
चिढ़ गया चीन
इसरो की ओर से बुधवार को
एक रॉकेट से 104 उपग्रहों का
सफल प्रक्षेपण किए जाने के
बाद अंतरराष्ट्रीय मीडिया का
कहना है कि भारत अंतरिक्ष
आधारित सर्विलांस और
संचार के तेजी से बढ़ते वैश्विक
बाजार में महत्वपूर्ण खिलाड़ी
बनकर उभरा है। अंतरिक्ष में
भारत की कामयाबी को दुनिया
ने सराहा है लेकिन इसरो के इस
वर्ल्ड रिकॉर्ड से चीन चि़ﶃ
गया है। इसरो ने वह मुकाम
हासिल कर लिया जो अमेरिका,
रूस, चीन जैसे विकसित देशों के
वैज्ञानिकों के लिए सपना है।
विदेशी मीडिया ने भारत की इस
कामयाबी को प्रमुखता दी और
सराहना की।
भारत की 'सेंचुरी' पर
अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने बांधे
तारीफों के पुल, जानिए किस
रफ्तार से अंतरिक्ष में गए 104
सैटेलाइट?
इसरो द्वारा एक रॉकेट से 104
उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण
किए जाने के बाद
अंतरराष्ट्रीय मीडिया का
कहना है कि भारत अंतरिक्ष
आधारित सर्विलांस और
संचार के तेजी से बढ़ते वैश्विक
बाजार में महत्वपूर्ण खिलाड़ी
बनकर उभरा है। भारतीय
अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
‘इसरो’ ने कल पीएसएलवी-
सी37 के जरिए श्रीहरिकोटा
प्रक्षेपण केन्द्र से कुल 104
उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं
जिनमें से 96 उपग्र्रह अमेरिकी
हैं।
Zee जानकारी: अंतरिक्ष की
दुनिया में सबसे बड़ा खिलाड़ी
बना भारत
आज DNA की शुरुआत हम
जिस खबर के विश्लेषण से
करेंगे वो आपके मन में गर्व की
भावना भर देगी। ये खबर
आपको खुश होने के एक दो या
तीन नहीं बल्कि पूरे 104 मौके
देगी। भारत की अंतरिक्ष
एजेंसी ISRO ने एक साथ 10
ISRO की ऐतिहासिक
उपलब्धि, जानिये, क्यों खास
है PSLV C-37 मिशन
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी
इसरो ने बुधवार को एक ही
रॉकेट के माध्यम से रिकॉर्ड
104 उपग्रहों का सफल
प्रक्षेपण करके इतिहास रच
दिया है। इन उपग्रहों में भारत
का पृथ्वी पर्यवेक्षण उपग्रह
भी शामिल है। यह प्रक्षेपण
श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष
केंद्र से किया गया है। किसी
एकल मिशन के तहत
प्रक्षेपित किए गए उपग्रहों
की यह अब तक की सबसे बड़ी
संख्या है। इसरो के लिए यह
ऐतिहासिक उपलब्धि है और
जानिये किस मायने में बेहद
खास है ये पीएसएलवी-सी37
मिशन। पेश हैं इसके मुख्य
अंश:-
अंतरिक्ष में भारत की 'सेंचुरी',
एक साथ रिकॉर्ड 104
सैटेलाइट लॉन्च, WATCH
VIDEO
इसरो ने अंतरिक्ष में अब तक
की सबसे ऊंची उड़ान बुधवार
को भरी। श्रीहरिकोटा के
सतीश धवन लॉन्चिंग सेंटर से
पीएसएलवी-सी37 लॉन्च
किया गया। सुबह 9 बजकर 28
मिनट पर 104 सैटेलाइट्स का
प्रक्षेपण हुआ। 10:02 मिनट
पर इसरो की ओर से इस मिशन
के कामयाब होने का ऐलान
किया गया। यह पहला मौका है
जब एक साथ 104 उपग्रह
अंतरिक्ष में छोड़े गए। इनमें
अमेरिका के अलावा इजरायल,
हॉलैंड, यूएई, स्विट्जरलैंड और
कजाकिस्तान के छोटे आकार
के सैटेलाइट शामिल हैं। भारत
के तीन सैटेलाइट शामिल हैं।
104 उपग्रह एक साथ भेजकर
इसरो ने रचा इतिहास, PM
मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने
आज श्रीहरिकोटा स्थित
अंतरिक्ष केंद्र से एक ही रॉकेट
के जरिए किए गए 104
उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण
पर वैज्ञानिकों की प्रशंसा की
है। इसरो के प्रमुख ए एस
किरण कुमार ने श्रीहरिकोटा
स्थित मिशन कंट्रोल सेंटर में
कहा कि प्रधानमंत्री ने
अंतरिक्ष एजेंसी के दल को
सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई
दी है।
अंतरिक्ष में भारतीय मिशन की
सबसे बड़ी कामयाबी : ISRO ने
एक साथ रिकॉर्ड 104
सैटेलाइट का प्रक्षेपण कर
रचा इतिहास
अंतरिक्ष में भारत ने बुधवार
को एक बहुत बड़ी कामयाबी
हासिल की है। भारतीय
अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन
(इसरो) के प्रक्षेपण यान
पीएसएलवी ने आज सुबह 9:28
बजे श्रीहरिकोटा स्थित
अंतरिक्ष केन्द्र से एक एकल
मिशन में रिकार्ड 104 उपग्रहों
का प्रक्षेपण किया।
श्रीहरिकोटा से एक ही
प्रक्षेपास्त्र के जरिये इन
उपग्रहों का प्रक्षेपण
सफलतापूर्वक किया गया। इन
उपग्रहों में भारत के तीन और
विदेशों के 101 सैटेलाइट
शामिल हैं।
इसरो के 104 उपग्रहों के
प्रक्षेपण के लिए 28 घंटे की
उल्टी गिनती शुरू
भारत द्वारा यहां से करीब 125
किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से
एक ही प्रक्षेपास्त्र से
रिकॉर्ड 104 उपग्रहों के
प्रक्षेपण के लिए 28 घंटे की
उल्टी गिनती शुरू हो गयी है।
अगर भारत एक रॉकेट से 104
उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने
में सफल हो जाता है तो वह इस
तरह का इतिहास रचने वाला
पहला देश बन जाएगा।
शुक्र और मंगल पर नजर
जमाए ISRO रच सकता है बड़ा
विश्व रिकॉर्ड
भारत पहली बार शुक्र पर
पहुंचने जा रहा है और जल्द ही
वह एक बार फिर लाल ग्रह
मंगल पर अपनी वापसी करेगा।
नए प्रारूप वाले इलेक्ट्रॉनिक
बजट के सैकड़ों दस्तावेजों के
बीच सरकार की ओर से पृथ्वी
के ठीक पड़ोसी ग्रहों पर नई
अंतर-ग्रही यात्राओं से जुड़ी
पहली औपचारिक
स्वीकारोक्ति दर्ज है।
भारत ने किया इंटरसेप्टर
मिसाइल का सफलतापूर्वक
प्रायोगिक परीक्षण
भारत ने आज ओडिशा के तट से
अपनी इंटरसेप्टर मिसाइल का
सफलतापूर्वक प्रायोगिक
परीक्षण किया और
द्विस्तरीय बैलिस्टिक
मिसाइल रक्षा प्रणाली
विकसित करने की दिशा में एक
अहम उपलब्धि हासिल की।
इस इंटरसेप्टर को आईटीआर
के अब्दुल कलाम द्वीप
(व्हीलर द्वीप) से सुबह सात
बजकर 45 मिनट पर
प्रक्षेपित किया गया।
इसरो 15 फरवरी को रिकार्ड
104 उपग्रहों का प्रक्षेपण
करेगा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान
संगठन (इसरो) का प्रक्षेपण
यान पीएसएलवी 15 फरवरी
को श्रीहरिकोटा स्थित
अंतरिक्ष केन्द्र से एक एकल
मिशन में रिकार्ड 104 उपग्रहों
का प्रक्षेपण करेगा।
क्षमता बढ़ाने के लिए 103
उपग्रहों का प्रक्षेपण किया
जा रहा: इसरो
एक बार में ही 103 उपग्रहों के
प्रस्तावित प्रक्षेपण में महीने
भर से भी कम समय बचे रह
जाने के बीच भारतीय अंतरिक्ष
अनुसंधान संगठन (इसरो) ने
बुधवार को कहा कि इसका
लक्ष्य हर प्रक्षेपण के बाद
इसकी क्षमता बढ़ाना है, ना कि
रिकार्ड कायम करना है।
फरवरी के पहले हफ्ते में एक ही
साथ 103 विदेशी उपग्रहों का
प्रक्षेपण करेगा इसरो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान
संगठन (इसरो) फरवरी के पहले
हफ्ते में अपने प्रक्षेपण यान
पीएसएलवी-सी37 का
इस्तेमाल कर रिकॉर्ड 103
उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा,
जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
की महत्वाकांक्षी दक्षिण
एशियाई उपग्रह परियोजना
मार्च में शुरू होगी।
जनवरी में एक ही बार में 83
उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा
इसरो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान
संगठन (इसरो) ने कहा है कि
वह जनवरी के अंत में प्रक्षेपण
यान पीएसएलवी-सी37 का
इस्तेमाल करके एक ही बार में
रिकॉर्ड 83 उपग्रहों का
प्रक्षेपण करेगा।
2016 में भारत ने हासिल कीं
'अद्भुत' उपलब्धियां;
बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-
पांच का सफल परीक्षण,
अंतरिक्ष के क्षेत्र में रचा
इतिहास
अपने अंत के करीब पहुंच चुके
साल 2016 में भारत ने
ऐतिहासिक पेरिस जलवायु
समझौते का अनुमोदन किया,
परमाणु उर्जा को लेकर
आपत्ति जताने वाले जापान के
साथ असैन्य परमाणु करार
हुआ और परमाणु क्षति पूरक
मुआवजा संधि को भी
अनुमोदित कर दिया गया।
दूरसंवेदी उपग्रह का
प्रक्षेपण करेगा इसरो
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान
संगठन (इसरो) इस साल
सफल प्रक्षेपण के अपने
क्रम को जारी रखते हुए सात
दिसंबर को श्रीहरिकोटा के
अंतरिक्ष केंद्र से
पीएसएलवी-सी 36 के जरिये
दूरसंवेदी उपग्रह
रिसोर्ससैट-2ए का प्रक्षेपण
करेगा।
चंद्रमा पर पहुंचने की दौड़ में
ISRO को हरा देगी टीम इंडस?
चीन के कदम के मद्देनजर
एशियाई अंतरिक्ष दौड़ के तहत
चंद्रमा पर पहुंचने के लिए
बेंगलुरू के मध्य में एक
दिलचस्प और बेहद खास
तैयारी चल रही है। यह दौड़ और
तैयारी निजी कंपनी ‘टीम इंडस’
तथा भारतीय अंतरिक्ष
अनुसंधान संगठन (इसरो) के
बीच की है। दोनों एक-दूसरे के
60 दिन के भीतर चांद पर
पहुंचना चाहते हैं। इसरो के पास
ज्ञान का भंडार और विरासत
है तथा ‘टीम इंडस’ एक युवा
उर्जा तथा लड़ाई में हर हाल में
जीतने की भावना से ओतप्रोत
है।

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