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LORD GAUTAM BUDHAA

भारत की पवित्र भूमि पर ऐसे कई महापुरुषों ने जन्म लिया है, जिन्होंने अपने कृत्यों और सिद्धांतों के बल पर मानव जीवन के भीतर छिपे गूढ़ रहस्यों को उजागर किया. इन्हीं में से एक हैं महात्मा बुद्ध, जिन्होंने सामान्य मनुष्य के रूप में जन्म लेकर अध्यात्म की उस ऊंचाई को छुआ जहां तक पहुंचना किसी आम व्यक्ति के लिए मुमकिन नहीं है. ऐसे महान पुरुष के दिखलाए गए मार्ग को लोगों ने एक धर्म के रूप में ग्रहण किया जिसके परिणामस्वरूप भारत समेत सभी बड़े देशों में बौद्ध धर्म एक प्रमुख धर्म के रूप में स्वीकृत कर लिया गया. महात्मा बुद्ध का वास्तविक नाम सिद्धार्थ था किंतु गौतमी द्वारा पाले जाने के कारण उन्हें गौतम भी कहा गया. बुद्धत्व की प्राप्ति के बाद उनके नाम के आगे बुद्ध उपसर्ग जोड़ दिया गया और धीरे-धीरे वे महात्मा बुद्ध के तौर पर प्रख्यात हो गए. गौतम बुद्ध के आदर्शों और बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए आज का दिन बेहद खास है. मान्यताओं के अनुसार बैसाख मास की पूर्णिमा के दिन महात्मा बुद्ध पृथ्वी पर अवतरित हुए थे और इसी दिन उन्हें बुद्धत्व के साथ-साथ महापरिनिर्वाण की भी प्राप्ति ...

PYRAMID AND KAILASH TEMPLE BY SADGURU.ORG

मानसरोवर और कैलाश की यात्रा करने के बाद मैं इससे पूरी तरह इन्कार नहीं कर सकता। कुछ जीवंत अनुभवों की वजह से मैं इसे पूरी तरह नकार नहीं रहा। अगर दूसरे ग्रह का कोई प्राणी आता है तो यह तो अच्छी बात है। हमारी जिंदगी में कोई नई चीज आई। जब मैं वहां गया तो मेरी आंखें भर आईं। ऐसी कितनी ही चीजें इंसान कर रहा है जिन पर हमें शर्म आती है, लेकिन इंसान ने ऐसे भी काम किए हैं, जिनपर हमें गर्व महसूस होता है। क्या हम यहां कोई ऐसा काम कर रहे हैं जिसे अगर आने वाली पीढिय़ां देखें तो कहें कि वाह इक्कीसवीं सदी के लोगों ने क्या शानदार काम किया! 251 Shares संबन्धित पोस्ट Powered by Convert कई संस्कृतियों के प्राचीन ग्रंथों में ऐसी बातें मिलतीं हैं कि दूसरे लोकों से देवता आए और उन्होंने इस धरती पर बहुत से काम किए। क्या हमारे सभी देवता धरती से अलग किसी अन्य लोक के हैं? प्रश्न : मैंने कहीं कुछ ऐसे विचारों के बारे में पढ़ा है कि सभी देवता ‘एलिएन्स’ यानी किसी दूसरे ग्रह के प्राणी हैं। उनके पास बहुत सारी तकनीक और यंत्र हैं। सद्गुरु, आपका क्...

SAI BABA DHUNI HISTORY

Dwarkamai is located in between Samadhi Mandir and Chavadi – the relaxing place of Master Sai Baba. One gets on his way to Dwarkamai by current Checkpoint No. 3 of Samadhi Mandir Building, near Mukh-darshan. On the other hand one can arrive at Dwarkamai through Checkpoint No. 4 which moves through a jct of stores in a little isle.Opposite to Dwarkamai, one will observe a lengthy row of stores swarmed with broad variety of images of Master Sai Baba in all styles, idols, attractive parts and much more which a reader's thoughts actually think of. Getting near to Dwarkamai, the huge fireplace is noticeable as its first vision. History and Importance Shirdi Dwarkamai - 1905 This easy and unadorned framework created up of metal ceiling and difficult rocks was middle of religious instructions which was selected by Master Sai Baba Himself. It is certainly a issue of shock to anyone and it will be challenging to believe the simple fact it was the locations whe...

INDIA RICHEST TEMPLE

तिरुअनंतपुरम का पद्मनाभ स्वामी मंदिर केरल के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। केरल जहाँ यह भव्य मंदिर स्थापित है यह स्थल दक्षिण भारत का एक सुंदर राज्य है जिसके प्रकृतिक मन भावन दृश्य सभी को रोमाँचित कर देते हैं यह स्थान संस्कृति एवं साहित्य का अनुठा संगम है। इसके एक तरफ तो ख़ूबसूरत समुद्र तट हैं और दूसरी ओर पश्चिमी घाट में पहाडि़यों का अद्भुत नैसर्गिक सौंदर्य इन सभी अमूल्य निधियों के मध्य में स्थित है इन्हीं सभी के मध्य में में स्थित है पद्मनाभ स्वामी मंदिर। मंदिर की ख़ूबसूरती को देखकर सभी के मन में भक्ति भाव का संचार स्वत: ही जागृत हो जाता है। पद्मनाभ स्वामी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। विष्णु भगवान के इस रूप के दर्शनों को करने के लिए विश्व भर से लोग यहाँ पहुँचते हैं। केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में स्थित यह मंदिर बहुत ही कुशल वास्तु शिल्प कारीगरी के द्वारा बनाया गया है। इसका स्थापत्य देखते ही बनता है मंदिर के निर्माण में महीन कारीगरी का भी कमाल देखने योग्य है। यह मंदिर तिरुअनंतपुरम के कई पर्यटन स्थल में से भी एक में गिना जाता है पद्मनाभ स्वा...

WORLD UNSOLVED MYSTRIES

अभी तक विज्ञान और चिकित्सा ने चाहे कितनी ही तरक्की कर ली है, लेकिन अभी भी हमारी दुनिया बहुत से ऐसे रहस्यों से भरी हुई है जिन्हें अभी तक एक सुलझाना बाकी है। इनमे से कुछ छांट कर 10 रहस्य हम आपके लिए लाए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में : 10 अनसुलझे रहस्य – 10 Unsolved Mysteries : अनसुलझा रहस्य 1 : Image साल 2003 में चिली के अटाकामा रेगिस्तान में 6 इंच लंबा विचित्र कंकाल पाया गया। अनेक लोगों का मानना है कि यह छह इंच लंबा कंकाल किसी अन्य ग्रह से संबंधित है लेकिन स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के जांचकर्ता दावा करते हैं कि यह कंकाल हजारों साल पहले इंसानी dna से छेड़छाड़ कर बनाया गया एक अन्य जीव है। अनसुलझा रहस्य 2 : Image हर कोई जानता है कि मनुष्य के अलग-अलग ब्लड ग्रुप होते हैं लेकिन आज तक कोई यह नहीं जानता कि ऐसा क्यों है ? बहुत से वैज्ञानिकों ने इस पर बहुत माथा पच्ची करी और जानने का प्रयास किया लेकिन आज तक यह एक रहस्य ही बना हुआ है। अनसुलझा रहस्य 3 : Image 15वीं शताब्दी में एक रहस्यमयी लिपि लीखी गई और इसे 240 पेजो की किताब में संकलित भी किया गया। वैज्ञानिक इसे वोय्...

WORLD UNSOLVED MYSTRIES

अभी तक विज्ञान और चिकित्सा ने चाहे कितनी ही तरक्की कर ली है, लेकिन अभी भी हमारी दुनिया बहुत से ऐसे रहस्यों से भरी हुई है जिन्हें अभी तक एक सुलझाना बाकी है। इनमे से कुछ छांट कर 10 रहस्य हम आपके लिए लाए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में : 10 अनसुलझे रहस्य – 10 Unsolved Mysteries : अनसुलझा रहस्य 1 : Image साल 2003 में चिली के अटाकामा रेगिस्तान में 6 इंच लंबा विचित्र कंकाल पाया गया। अनेक लोगों का मानना है कि यह छह इंच लंबा कंकाल किसी अन्य ग्रह से संबंधित है लेकिन स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के जांचकर्ता दावा करते हैं कि यह कंकाल हजारों साल पहले इंसानी dna से छेड़छाड़ कर बनाया गया एक अन्य जीव है। अनसुलझा रहस्य 2 : Image हर कोई जानता है कि मनुष्य के अलग-अलग ब्लड ग्रुप होते हैं लेकिन आज तक कोई यह नहीं जानता कि ऐसा क्यों है ? बहुत से वैज्ञानिकों ने इस पर बहुत माथा पच्ची करी और जानने का प्रयास किया लेकिन आज तक यह एक रहस्य ही बना हुआ है। अनसुलझा रहस्य 3 : Image 15वीं शताब्दी में एक रहस्यमयी लिपि लीखी गई और इसे 240 पेजो की किताब में संकलित भी किया गया। वैज्ञानिक इसे वोय्...

GREAT SAMRAT ASHOKA

Great Samrat Ashok Fact No. 1 : अशोक महान का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक मौर्य था. Fact No. 2 : सम्राट अशोक के पिता का नाम बिन्दुसार तथा माता का नाम धर्मा था. Fact No. 3 : अशोक का राजकाल ईसा पूर्व 273 से 232 माना जाता है. Fact No. 4 : सम्राट अशोक को भारतीय इतिहास में बेहतर प्रशासन और बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए जाना जाता है. Fact No. 5 : सम्राट अशोक अपने पूरे जीवन काल मे एक भी युद्ध में हारे नहीं. Fact No. 6 : अशोक महान राजा होने के साथ ही एक दार्शनिक भी थे. Fact No. 7 : सम्राट अशोक ने अपने जीवन में 20 से अधिक विश्वविद्यालयों की स्थापना की थी . Fact No. 8 : सम्राट अशोक के जीवन में बनाया गया अशोक चिह्न आज भारत का राष्ट्रीय चिह्न कहलाता है. Fact No. 9 : बौद्ध धर्म इतिहास में गौतम बुद्ध के बाद अशोक का नाम आता है. Fact No. 10 : सम्राट अशोक का कलिंग युद्ध में सोच परिवर्तित हो गई और उन्होंने अहिंसा को अपना लिया. Fact No. 11: सम्राट अशोक की तुलना विश्व इतिहास के महान शासको के साथ की जाती है. Fact No. 12 : महान शासक अशोक ने अपने जीवन में बौद्ध धर्म के वि...